पिछले कुछ वर्षों में भारतीय कोयला क्षेत्र में उत्तरोतर प्रगति हुई है और घरेलू कोयला उत्पादन 1975 में लगभग 90 मि.ट. से बढ़कर 2020-21 में 716 मि.ट. हो गया है, जिससे हमारे देश की प्राथमिक ऊर्जा मांग का एक बड़ा हिस्सा पूरा हुआ है।.
कोयला क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में न केवल उत्पादन में तेजी लाने में सक्षम रहा है, बल्कि यह पर्यावरण और समाज के प्रति समान रूप से संवेदनशील रहा है। यह पर्यावरण की देखभाल और होस्ट कम्युनिटी के कल्याण पर जोर देने के साथ कई सतत विकास पहलें कर रहा है। इसका उद्देश्य खनन के पर्यावरणीय फुटप्रिंट्स को कम करना है, आस-पास रहने वाले लोगों के जीवन को आसान बनाने के साथ-साथ बेहतर पर्यावरण प्रदान करना और भारतीय कोयला क्षेत्र की समग्र छवि में सुधार करना है।
कोयला कंपनियों की प्रमुख सतत पहलों में से एक है खनन क्षेत्रों में और आसपास के क्षेत्रों में हरित आवरण को बढ़ाना, पूर्ण रूप से खनन की जा चुकी भूमि और ओवरबर्डन डंप के पारिस्थितिकीय सुधार, खानों में और उसके आसपास वृक्षारोपण, एवेन्यू वृक्षारोपण, और खनन के बंद होने के बाद कम खनन फुटप्रिंट्स छोड़ने के उद्देश्य से वनस्पतियों और जीवों का जीर्णोद्धार।
गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी वृक्षारोपण अभियान-2021 के शुभारंभ के माध्यम से कोयला / लिग्नाइट कंपनियों की हरित पहलों को बढ़ावा दिया गया जिसे आज़ादी के 75 वर्षों की स्मृति में 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' उत्सव के महत्वपूर्ण में से एक बनाया गया था।
वृक्षारोपण अभियान-2021 का आयोजन माननीय कोयला, खान और रेल राज्य मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे, सचिव (कोयला) और कोयला मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। माननीय केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी द्वारा किए गए वृक्षारोपण को दर्शाने वाले एक वीडियो की स्क्रीनिंग और वृक्षारोपण अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए उनके संदेश को पढ़कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी।
आयोजन के दौरान 12 राज्यों में फैले 350 से अधिक स्थलों पर वृक्षारोपण किया गया और 220 से अधिक स्थलों को ऑनलाइन देखे जाने के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा गया। कुल मिलाकर, 6.90 लाख पौधे लगाए गए और 3.80 लाख से अधिक पौधे स्थानीय निवासियों / एजेंसियों के बीच वितरित किए गए, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक क्षेत्रों और हरित आवरण को कवर करना और वृक्षारोपण के महत्व पर होस्ट कम्युनिटी को संवेदनशील बनाना है।
वृक्षारोपण अभियान को कुल मिलाकर लगभग 30000 प्रतिभागियों के साथ सभी स्थलों पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली। वार्षिक कार्यक्रम में 4 माननीय सांसदों और 23 माननीय विधायकों सहित 700 से अधिक प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान, 2 इको-पार्कों का उद्घाटन किया गया:
1.सिंगरौली, मध्य प्रदेश में एनसीएल का मुडवानी बांध इको-पार्क
2. एनएलसी इंडिया लिमिटेड, नेयवेलीII इको-पार्क
साथ ही 2 पार्कों का शिलान्यास किया गया:
1. पश्चिम बंगाल के पचिम बर्धमान में ईसीएल का झांजरा इको-पार्क
2. झारसुगुडाओडिशा में एमसीएल का चंद्रशेखर आजाद ओरिएंट यूजी संख्या 4 इको-पार्क
ये इको-पार्क/पर्यटन स्थल आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मनोरंजन, एडवेंचर, वाटर स्पोर्ट्स, मत्स्य पालन, पक्षियों को देखना आदि के अवसर प्रदान करेंगे और स्थानीय पर्यटन सर्किट का हिस्सा बनाने के लिए जोड़े जाएंगे।